सोचकर थोडा सोचेंगे अभी सफर कितना बाकी है।
मंजिल तो पता है, पर चलना कितना बाकी है।
अंधेरे से उजाले तक का इंतजार थोडा बाकी है,
देखने उस मंजर को अभी हौसला बहोत बाकी है।
कुछ पन्ने अभी भी कोरे है , बस उन्हें भरना थोडा बाकी है।
कोशिशे मुकम्मल होगी जरूर, हिम्मतों का दौर लिखना अभी हमारा बाकी है।
वक्त तो अपना सुरू हुआ , बस जीतना अभी बाकी है।